हरियाली श्रृंगार के जरिए बच्चों को लोक परम्पराओं से परिचित कराया गया

भारतीय तीज-त्योहारों में सावन के महीने का विशेष महत्व है। पूरा सावन का महीना भगवान शिव एवं देवी पार्वती की पूजा अर्चना के लिए समर्पित होता है। सावन मास की अमावस्या के दिन भोलेनाथ एवं माँ पार्वती का श्रृंगार हरियाली श्रृंगार के रूप में मनाया जाता है।
सरस्वती शिशु मंदिर, मीरापुर बसही वाराणसी की  छात्र/छात्राओं एवं अध्यापिकाओं ने विद्यालय के हरे-भरे प्रांगण में हरे रंग का परिधान पहन कर बाबा विश्वनाथ एवं मां पार्वती को समर्पित हरियाली श्रृंगार एवं श्रावणी अमावस्या उत्सव को उत्साह पूर्वक मनाया।
विद्यालय के प्रबंधक श्री अजय यादव ने बताया कि आजकल के बच्चे अपनी लोक परम्परा एवं तीज त्योहारों से अनभिज्ञ हैं। इस प्रकार के आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों को भारतीय परम्पराओं एवं तीज त्योहारों से परिचित कराना है।
 कार्यक्रम को तैयार करने में विद्यालय की अध्यापिकाओं में श्रीमती रजनी, पुष्पा , रत्ना सिंह  हिना कौसर, अनुराधा आदि ने विशेष सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की अध्यापिकाओं महिमा व अंजुला जी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य श्री राम जी सिंह यादव ने किया।

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